CM योगी का अखिलेश पर तंज: 'गद्दी विरासत में मिल सकती है, बुद्धि नहीं; उन्हें श्रीराम, देवी-देवताओं से नफरत'
CM Yogi Taunts Akhilesh
CM Yogi Taunts Akhilesh: दीपोत्सव पर समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव के बयान को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया है. गोरखपुर में सीएम ने कहा कि दीपोत्सव पर समाजवादी पार्टी वाले कहते हैं कि इसकी जरूरत क्या है? दीप की जगह मोमबत्ती जला सकते हैं. समाजवादी पार्टी के लोग अन्नदाता किसान का अपमान कर रहे हैं. तेल किसान से आ रहा है और दिया प्रजापति समाज बना रहा है. कुम्हार और प्रजापति समाज को इलेक्ट्रिक चाक और सोलर चाक दिए गए हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में बने दिए और मूर्तियां ही इस्तेमाल हो रही हैं. हमने उनकी उत्पादक क्षमता बढ़ाई है. कुम्हारों को मुफ्त में मिट्टी और उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं. बाजार में उछाल इसलिए है क्योंकि अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के हाथ में पैसा जा रहा है. अखिलेश यादव ने कभी प्रजापति समाज की पीड़ा नहीं समझी. गद्दी विरासत में मिल सकती है, बुद्धि नहीं मिलती.
कुछ लोगों का बचपना जीवनभर नहीं जाता
सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोगों का बचपना जीवनभर नहीं जाता और वो वैसी हरकतें करते रहते हैं. आज वही कर रहे हैं. उनको दीपावली से नफरत है. अब तक हमें लगता था उन्हें रामजन्मभूमि और रामभक्तों से ही नफरत है. रामद्रोही ही नहीं कृष्ण द्रोही भी हैं और सनातन विरोधी भी हैं.
बार-बार दीयों और मोमबत्ती पर खर्चा क्यों?
इस विवाद की शुरुआत अखिलेश यादव के उस बयान से हुई, जिसमें उन्होंने दीपोत्सव के खर्चे पर सवाल उठाया था. अखिलेश ने कहा, बार-बार दीयों और मोमबत्ती पर खर्चा क्यों? हमें क्रिसमस से सीखना चाहिए. इसके जवाब में मुख्यमंत्री योगी ने बड़ा पलटवार किया था. उन्होंने कहा था, जहां कभी गोलियां चली थीं, वहां अब दीए जलाए जा रहे.
मुख्यमंत्री ने कहा था, हमने दीपोत्सव के जरिए प्रदेश की एक पहचान बनाने का प्रयास किया है. प्रदेश के नागरिकों की पहचान से समझौता न हो और कोई भी उनकी आस्था से खिलवाड़ करने की हिम्मत न करे. इसके लिए प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद से हमने निरंतर प्रयास किए हैं. यहां आने से पहले मुझे श्री राम जन्मभूमि पर रामलला के समक्ष पहला दीया जलाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था.